रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।। शरीर के अंगो पर तिल के होने का महत्त्व • रोली, कपूर, चंदन तथा गोरोचन समान मात्रा में मिलाकर गंगाजल में घोंटकर तिलक लगाने से देखने वाले व्यक्ति वशीभूत होते हैं। ज्योतिष में विवाहेतर संबंधों की संभावना It’s crucial that you method https://vashikaran18406.newsbloger.com/34450069/the-basic-principles-of-free-vashikaran